नई दिल्ली: गुजरात में दो दशक के सबसे भयंकर तूफान चक्रवात ताउते (Cyclone Tauktae) ने सोमवार रात को दस्तक दी. दक्षिण पश्चिम राज्यों में चक्रवाती तूफान ताउते कहर बनकर टूटा है. इस दौरान 190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं. जिससे गुजरात में लैंडफॉल हुआ, बिजली आपूर्ति चरमरा गई, कई पेड़ उखड गए और कई घरों को भीषण नुकसान पहुंचा. मौसम विभाग ने अपने एक ट्वीट में कहा कि चक्रवात कमजोर हो रहा है.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
- फ़ान ताउते रात नौ बजे गुजरात तट से टकराया. लोगों को पहले ही सुरक्षित जगहों पर भेजने की वजह से कम नुकसान हुआ. तट से टकराते वक़्त 185 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक रफ़्तार से हवाएं चलीं. इस तूफ़ान की वजह से गुजरात के 17 ज़िले प्रभावित हुए. भावनगर, गिर सोमनाथ और अमरेली ज़िलों में भारी नुकसान हुआ है.
- बीती रात दीव और ऊना में 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तूफ़ान ज़मीन से टकराया. जिससे कच्चे मकानों, मछुआरों की नावों को काफ़ी नुकसान हुआ है. कई इलाके में बिजली गुल है. ये तूफ़ान सुरेंद्र नगर से अहमदाबाद की ओर बढ़ रहा है लेकिन अब इसकी गति धीमी हो रही है. वहीं तूफ़ान से पहले तटीय इलाकों से क़रीब डेढ़ लाख लोगों को स्थानांतरित किया. मौसम विभाग ने तूफान को ‘बेहद गंभीर’ से ‘बहुत गंभीर’ की श्रेणी में डाल दिया है.
- गुजरात के 20 ज़िलों में NDRF की 44 टीमें तैनात की गईं. इसके अलावा 1400 से ज़्यादा अस्पतालों में जहां कोरोना के मरीज़ हैं वहां पावर बैकअप तैयार रखने की सूचना भी दी गई.
- ताउते तूफ़ान गुजरात के तट से टकराने से पहले गोवा, कर्नाटक और महाराष्ट्र से गुज़रते हुए इसने अपने निशान छोड़े. इन तीनों राज्यों में कम से कम 12 लोगों की मौत इस तूफ़ान के चलते हुई. अकेले मुंबई में इस तूफ़ान में 6 लोगों की मौत हुई है और 17 से ज़्यादा लोग घायल हैं.
- मुंबई के कई इलाक़ों में पेड़ उखड़ गए, भारी बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव देखने को मिला. मुंबई में कई इलाकों में तेज़ बारिश हो रही है. और ये सिलसिला बीती रात भी जारी रहा. यहां तेज़ हवा के साथ बारिश जारी रही.
- गुजरात मौसम केंद्र की सहायक निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा, ” हम उम्मीद करते हैं कि चक्रवात गुजरात तट से अगले दो घंटे के भीतर गुजर जाएगा.” उन्होंने कहा कि चक्रवात ताउते गुजरात में पिछले 23 साल में टकराने वाला सबसे विनाशकारी चक्रवात है
- महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में भीषण चक्रवाती तूफान से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गई और दो नौकाओं के समुद्र में डूब जाने से तीन नाविक लापता हैं. तीन लोगों की मौत रायगढ़ जिले में हुईं, एक नाविक की मौत सिंधुदुर्ग जिले में और ठाणे जिले के नवी मुंबई और उल्हासनगर में दो लोगों की मौत उन पर पेड़ गिरने से हुई.
- छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक परिचालन स्थगित करने की घोषणा की और बाद में रात आठ बजे तक सभी परिचालन स्थगित रखने का फैसला किया. इसके अलावा, बांद्रा वर्ली सी लिंक को भी अगले आदेश तक के बंद कर दिया गया था.
- गुजरात सरकार ने कहा कि केंद्र ने चक्रवात से निपटने के लिए गुजरात को हर संभव मदद की पेशकश की है और सेना, नौसेना और वायुसेना को जरूरत पड़ने पर प्रशासन की सहायता के लिए तैयार रहने को कहा है.
- 9 जून, 1998 को गुजरात में आए एक बड़े चक्रवात से व्यापक क्षति हुई थी और बड़ी संख्या में लोगों की मौतें हुई थीं, विशेष रूप से कांडला के बंदरगाह शहर में. वहीं आधिकारिक आंकड़ों ने तब मरने वालों की संख्या 1,173 बताई थी, जबकि 1,774 लापता हो गए थे.